"Shall we tell the president "
by Jaffery Archer
दोस्तों पिछले वर्ष मैंने जेफरी आर्चर का नोवेल "Shall we tell the president " पढ़ा था। जेफरी आर्चर का उपन्यास पहली बार मैंने पढ़ा था । इस से पहले कई बार विदेशी लेखकों को पढने की कोशिश की लेकिन मजा नहीं आया। २ किताबें भी खरीदी थी इस से पहले लेकिन सब बकवास थी कुछ समझ में ही नहीं आता था। इन किताबों की भाषा में और भारतीय लेखकों की भाषा में बहुत भिन्नता होती है। लेकिन जेफरी आर्चर के इस उपन्यास में मुझे किसी भी जगह भाषा के कारण कोई समस्या उत्पन्न नहीं हुई।
अगर मैं उपन्यास की समीक्षा के बारे में बात करूँ तो, लेखक द्वारा इसे बहुत तेज़-तर्रार कथानक पर लिखा गया है। इस कहानी को अगर एक बार शुरू किया जाए तो ख़त्म किये बगैर मजा नहीं आएगा। मतलब लेखक ने कहानी को पहले पन्ने से आखिरी के पन्ने तक पूरा बाँध रखा है। कहीं भी ऐसा कोई प्रसंग नहीं जहाँ से पाठकों को कम मजा आये। हो सकता है कोई ऐसा बिंदु मिल भी जाए लेकिन यह सभी के अलग अलग दृष्टिकोणों पर निर्भर करता है।
कहानी की शुरुआत वहीँ से है जहाँ से जेफरी आर्चर के उपन्यास "The Prodigal Daughter " में ख़त्म किया गया था। श्रीमती केन राष्ट्रपति पद की शपथ लेती हैं। वहीँ दूसरी तरफ वांशिगटन डी.सी. के एक पुलिस अधिकारी द्वारा FBI के WFO के मुख्य अधिकारी के पास फ़ोन आता जिसमे वह बताता है की एक इतालवी व्यक्ति FBI के किसी अधिकारी से बात करना चाहता है। पुलिस अधिकारी FBI के अधिकारी यह भी बताता है की उस व्यक्ति के पैरों में गोली लगी है। WFO का मुख्य अधिकारी टेम्स अपने २ FBI एजेंट्स को उस व्यक्ति के पास अस्पताल भेजता है। दोनों अधिकारी इतालवी व्यक्ति का बयान लेते हैं। बयान के अनुसार उस व्यक्ति ने एक होटल के कमरे में राष्ट्रपति के हत्या की योजना सुनी है। इतालवी व्यक्ति यह बताता है की पांच व्यक्तियों ने मिलकर इस योजना को बनाया है और राष्ट्रपति की हत्या १० मार्च को किया जाएगा। दोनों अधिकारी अपनी अपनी रिपोर्ट टेम्स को दे देते हैं। टेम्स उनमे से एक अधिकारी मार्क्स को अस्पताल जा कर इतालवी व्यक्ति की रखवाली का इंतजाम करने को कहता है। दुसरे अधिकारी को यह निर्देश दिया जाता है की उस होटल की तलाश की जाए जिसके बारे में इतालवी व्यक्ति ने बतया था। टेम्स दुसरे अधिकारी के साथ अपने घर के लिए निकल जाता है पर रास्ते में उनकी कार की दुर्घटना हो जाती है। इधर जब तक मार्क्स अस्पताल पहुँचता है तब तक इतालवी व्यक्ति की भी हत्या कर दी जाती है। यहाँ तक की कातिल इतालवी व्यक्ति के बगल वाले बिस्तर पर सोये व्यक्ति की भी हत्या कर देता है। अब सिर्फ मार्क्स जानता है की राष्ट्रपति को मारने की साज़िश रची गयी है। मार्क्स FBI के डायरेक्टर हाल्ट से मिलता है और उसे पुरे घटना क्रम से रूबरू करवाता है। डायरेक्टर मार्क्स को शाबाशी देता है और यह सलाह देता है की वह १५ दिन की छुट्टी लेकर इस केस अनाधिकारिक रूप से काम करे। हाल्ट मार्क्स को निर्देश देता है की प्रतिदिन उसे अपने रिपोर्ट दे की क्या केस पर क्या प्रगति हुई है।
अब मार्क्स इस केस पर काम करना शुरू करता है उसके पास बस
६ दिन, १३ घंटे और ३७ मिनट हैं, जिससे पहले उसे राष्ट्रपति की हत्या की योजना बनाने वाले लोगों को बेनकाब करना है।
बस दोस्तों यहाँ से वह थ्रिल शुरू होता है जो अंतिम पन्ने पर जाकर ही ख़त्म होता है।
मार्क्स को मुख्या किरदार के रूप में उभारा गया है। मार्क्स अपनी तहकीकात से सच्चाई का पता लगाता है। इसमें मुख्य बात यह भी होती है की सीक्रेट सर्विस जो राष्ट्रपति के अंगरक्षक हैं उनको भी यह बात बता दी जाती है। हाल्ट के निर्देशों के अनुसार राष्ट्रपति के १० मार्च के कार्यक्रम को नहीं बदला जाता है। हाल्ट सोचता है की वह उन अपराधियों को रंगे हाथ पकडे। इसके लिए हाल्ट एक बहुत बड़ा जाल भी बिछाता है। अपराधियों इस बात की बिलकुल खबर नहीं लगने दी जाती की FBI को इस योजना की खबर है।
एक हाई रिस्क गेम के होते हुए भी मार्क्स अपनी कोशिशों को जारी रखता है।
कहानी बहुत ही सशक्त और सुन्दर है। जेफरी जी की कलम अपने पुरे जलाल पर इस कहानी के कथानक को सुदृढ़ रूप से पेश करती है। अपनी लेखनी के जादू से जेफरी जी इस उपन्यास में पन्ने पलटने पर मजबूर करते हैं। राष्ट्रपति केन उनके पति के किरदार को भी बीच बीच में स्थान दिया गया है। बीच बीच में अपराधियों और साजिशकर्ताओं का भी प्रसंग देखने को मिलता है जिससे पता चलता है की वे अपनी योजनाओं पर किस प्रकार से काम कर रहे हैं।
दोस्तों इतने सुन्दर सस्पेंस, थ्रिल और रहस्य से भरे उपन्यास को पढने के लिए मैं आप सभी का प्रोत्साहन करूँगा।
विनीत
राजीव रोशन
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