खुशियों का कोई मेयार नहीं होता मूल कथा - The Necklace मूल कथा लेखक - Guy de Maupassant अनुवाद एवं भारतीयकरण – राजीव रोशन एडिटिंग – डॉ. सबा खान निम्न कहानी प्रसिद्ध फ़्रांसिसी लेखक Guy de Maupassant की एक मशहूर कहानी “द नेकलेस” का हिंदी एवं भारतीयकरण अनुवाद है। Guy de Maupassant को शोर्ट स्टोरी फॉर्मेट का मास्टर लेखक भी कहा जाता है। वे अपने कम शब्दों में लिखी कहानी से बहुत कुछ कह जाते थे। इस कहानी को अंग्रेजी में पढने के बाद मुझे एहसास हुआ की, मैं इसका हिंदी में अनुवाद कर सकता हूँ, भारतीय किरदारों के द्वारा भारतीय परिवेश में इसी कहानी को पेश कर सकता हूँ। आशा है, मेरी यह छोटी सी कोशिश रंग लाएगी और आप सभी को पसंद आएगी। इस कहानी की एडिटिंग करने के लिए, मैं सबा खान जी का शुक्र गुजार हूँ। आशा है, भविष्य में आने वाले, मेरे दुसरे प्रोजेक्ट्स में भी वे मेरी सहायता करेंगी और साथ-ही-साथ प्रोत्साहित भी करती रहेंगी। २२ जून सिद्धार्थ ने घर में घुसते ही आवाज़ लगाई – “जान, मेरी जान, कहाँ हो?” सिद्धार्थ ने देखा कि कविता खिड़की से बाहर देख रही थी। बाहर अभी-अभी मूसला...
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